Dampatya Vigyan (दुाम्पत्य विज्ञान) by Shiv Shankar Mishra digital book pdf
e-book name- Dampatya Vigyan (दुाम्पत्य विज्ञान)
Author- Shiv Shankar Mishra
File Format- PDF
Language- Hindi
Pages- 218
Size- 7mb
Quality- good, no watermark
सम्प्रति भारतवासियोंका दुाम्पत्य-जीवन घड्रा ही दुःखमय और विन्यखलित हो रहा है। लोगोंने अपना आश्रम-धर्म भुला दिया है। स्रियाँ विलासकी सामग्री और वीर्यपात एक प्रकारका सुलभ आनन्द समझा जाने लगा है। सर्वत्र बाल विवाहकी प्रथा प्रचलित है। विवाह होनेपर छोटी अवस्थासे ही नवदम्पति सहवास करने लगते हैं। इसके फलस्वरूप स्वल्पकालमें ही अनेक सन्तानोंसे उनका घर भर जाता है। विवाह किस अवस्था में करना चाहिये, सहवास किस समय करना चाहिये, अच्छी सन्तान किस प्रकार सत्पन्न करनी चाहिये-इन सय वातांका ज्ञान न होनेके कारण जो सन्तान उत्पन्न होती है, वह भी चिररोगिनी, अल्पायु, निस्तेज, दीनहीन और अकर्मण्य होती है। ऐसी परिस्थितिमें माता पिताका यौवन और स्वास्थ्य नष्ट होने तथा देशकी दरिद्रता बढ़ने के अतिरिक्त और कोई लाभ नहीं होता। प्रस्तुत पुस्तकमें इन्हीं सब यातोंपर विचार किया गया हैं और दाम्पत्य-जीवन किस प्रकार सुखमय बनाया जा सकता है, यह बतलानेकी चेष्टा की गयी है। हिन्दी-साहित्यमें पुस्तकोंका अभाव है। उसी अभावकी यत्किश्चित पूर्ति करनेके लिये हमने दाम्पत्य-प्रन्थावली प्रकाशित करना स्थिर किया है। प्रस्तुत पुस्तक उसीका प्रथम पुष्प है ।
कुछ लोग इस विषयको अश्लील समझते हैं, परन्तु हमें वसा माननेका कोई कारण नहीं दिखलाई देता। हमने यथासाध्य इसे शिष्ट भाषामें लिखनेकी चेष्टा की है, ताकि आयाल-वृद्ध-वनिता इसके पठनसे लाभ उठा सकें। यदि एक भी भारतवासीका दाम्पत्यजीवन इसके पठनसे सुधर सका, तो इम अपने परिश्रमको सफल हुआ समझे गे । -लेखक ।
Hindi digital book pdf Dampatya Vigyan