Rameshwer Tantia Samagra (रामेश्वर टांटिया समग्र) Hindi ebook in pdf
Writer- Rameshwer Tantia (रामेश्वर टांटिया)
Edited by- Viswanath Mukherjee (विश्वनाथ मुखजी)
Book Type- हिंदी समग्र
File Format- PDF
Language- Hindi
Pages- 819
Size- 51Mb
Quality- best, without any watermark
लेखक के कुछ शब्द–
अपनी बात
सार्वजनिक और व्यावसायिक जीवन मे देश-विदेश घूमने के अनेक सुयोग मिले । जन-जीवन के निकट आ सका और बहुत-कुछ देखा, सुना और समझने की कोशिश की।
अनुभव हुआ, मानवीय चेतना का उद्बोधन सस्कारो पर निर्भर है न कि धन-वैभव अथवा पाडित्य-विद्वत्ता पर । शायद, इसीलिये भारतीय संस्कृति मे आत्मशुद्धि, अपरिग्रह और नयम पर अधिक बल दिया गया है। प्रकृत शिक्षा, वस्तुत वही है जो सस्कारो को परिमार्जित कर मनुष्य को ऊपर उठाती है। इस प्रकार, स्वत ही लोक-कल्याण सहज सभव हो जाता
अपने पर्यटन-काल मे समय-समय पर बहुत से ऐसे ही आदर्शों को व्यक्तिगत रूप से जान पाया, कुछेक के बारे में सुना भी। अनकहे-अनजाने और प्रचार-प्रसार से विरत इन विभूतियो से प्रभावित हुआ।
पिछले दस वषो मे देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओम इन पर लिखता रहा है। मित्रो को अच्छी लगी । सुझाव मिले कि कथाओ का सकलन प्रकाशित हो । कुछ अशो तक समय का अभाव एव कुछ सीमा तक, साहित्यकार न होने के कारण मेरी हिचक बाधक रही।
प्रस्तुत सकलन मे कथाओ के अलावा निजी अनुभव भी है, जिन्हे यथावत् रखने का प्रयास किया गया है। औचित्य की दृष्टि से पात्र और स्थान के नाम मे परिवर्तन किये गये है किन्तु घटनाए और तथ्य वास्तविक है।
मा-भारती को यह छोटा-सा अर्घ्य भेट।
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