Radharani (राधा रानी) by Srinath Singh-Hindi ebook pdf
Writer- Srinath Singh (श्रीनाथ सिंह)
Book Type- पौराणिक उपन्यास
File Format- PDF
Language- Hindi
Pages- 111
Size- 2mb
Quality- best, without any watermark
पुस्तक का परिचय–
हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान ने विष्णु और लक्ष्मी के रूप में प्रकट होकर देवताओं का मार्ग-प्रदर्शन किया। देवताओं के पश्चात् जब मानवों के भी मार्ग-प्रदर्शन की आवश्यकता पड़ी तो भगवान ने सीता और राम का रूप धारण किया। परन्तु कदाचित अपने उस रूप से भगवान को पूर्ण संतोष नहीं हुआ; तब उन्होंने अपने को राधा-कृष्ण के रूप में प्रकट किया।
विष्णु-लक्ष्मी की कथाओं से १८ हों पुराण परिपूर्ण हैं। सीता-राम की कथा रामायण में वर्णित है। भगवान कृष्ण की पूर्ण कथा भी भागवत व महाभारत में मिल जाती है। परन्तु श्री राधारानी का, जिन का हम रात दिन नाम रटते हैं, इन ग्रंथों में कहीं नाम तक नहीं आया।
श्री राधारानी की कथा केवल ब्रह्मवैवर्त पुराण में दी हुई है, इस पुराण की रचना हुए मुश्किल से ४०० वर्ष हुए होंगे। वह दासता और शृङ्गारी साहित्य का युग था, अतएव उसका प्रभाव पड़ना स्वाभाविक था। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अतिरिक्त और किसी पुराण में, यहाँ तक कि श्री मद्भागवत में भी श्री राधारानी का उल्लेख नहीं है। तब प्रश्न उठता है कि राधा थीं भी या नहीं? और धीं तो इतनी पूज्य क्यों हुई इस प्रश्न का उत्तर भी इसी कथा में गूढ़ रूप में छिपा हुआ है। इन पंक्तियों के लेखक ने राधा-कृष्ण सम्बन्धी उपलब्ध समस्त साहित्य का पिछले २० वर्षों से अध्ययन करके श्री राधाकृष्णा की वास्तविक कथा को मालूम कर लिया है। वही पुनीत कथा इस उपन्यास के रूप में हिन्दी पाठकों के समक्ष प्रथम बार उपस्थित की जा रही है। -श्रीनाथ सिंह
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