Bharat Pak Sambandh Aur Kashmir Samasya Hindi ebook pdf

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Bharat Pak Sambandh Aur Kashmir Samasya (भारत पाक सम्बन्ध और कश्मीर समस्या) Hindi ebook pdf

Bharat Pak Sambandh Aur Kashmir Samasya
e-book name- Bharat Pak Sambandh Aur Kashmir Samasya (भारत पाक सम्बन्ध और कश्मीर समस्या)
Author- Ashutosh Dwivedi
File Format- PDF
Language- Hindi
Pages- 259
PDF Size- 67mb
Quality- good, no watermark

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भारत-पाक सम्बन्धों में प्रारम्भ से ही कश्मीर की समस्या सबसे अधिक गम्भीर तथा कटुतापूर्ण समस्या रही है। विभाजन होने तथा ब्रिटेन की प्रभुसत्ता के समाप्त होने के बाद कश्मीर के महाराजा हरिसिंह ने भारत या पाकिस्तान के साथ मिलने के निर्णय को टालने का निर्णय लिया। इसलिये पाकिस्तान ने कबायलियों की सहायता से कश्मीर पर आक्रमण करवा दिया ताकि कश्मीर में उथल-पुथल हो जाये। आक्रमणकारियों को पाकिस्तानी सेना की पूर्ण सहायता तथा समर्थन प्राप्त था। परन्तु पाकिस्तान की यह चाल कामयाब नहीं हुई। 26 अक्टूबर, 1947 को कश्मीर के राजा ने आक्रमणकारियों को खदेड़ने के लिये भारत सरकार की सहायता लेने के लिये भारत में शामिल हो जाने का निर्णय किया। राजा के इस निर्णय का, कश्मीरी लोगों की पार्टी-नेशनल कांफ्रेंस ने पूर्ण समर्थन किया। भारत की सरकार ने कश्मीर के लोगों को यह आश्वासन दिया कि कश्मीर में कानून व्यवस्था पूरी तरह बहाल हो जाने तथा आक्रमणकारियों के बाहर निकल जाने के बाद कश्मीर के भाग्य का निर्णय करने के लिये मत संग्रह करवाया जायेगा। पाकिस्तान की सरकार ने कश्मीर का भारत में शामिल होना अस्वीकार कर दिया। इससे पाकिस्तान से भारत का कश्मीर का झगड़ा खड़ा हो गया।
नवम्बर 1947 में लार्ड माउंट बेटन ने कश्मीर पर भारत-पाक विवाद का हल करने का प्रयत्न किया तथा इस उद्देश्य के लिये उसने पाकिस्तानी नेताओं के साथ बातचीत भी की। परन्तु इन प्रयत्नों का कोई परिणाम न निकला तथा दिसम्बर 1947 में यह स्पष्ट हो गया कि बातचीत द्वारा इस समस्या का हल नहीं किया जा सकता। परिणामस्वरूप 1 जनवरी, 1948 को भारत ने यह समस्या संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद के सामने रखी। उसी समय से कश्मीर का मामला सुरक्षा परिषद में लटक गया।…

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